देश में महिलाओं व लड़कियों के साथ इतनी शर्मशार घटना को अंजाम क्यों दिया जा रहा है. आखिर कब इन्हें इंसाफ मिलेगी. वारदात के वक्त कहां चली जाती है हमारी कानून व्यवस्था. देश के बाहरी दुश्मनों के साथ लड़ने की बात करते हैं यहां तो अपने अंदर छिपे हैवानियत को खत्म नहीं कर पा रहे हैं. फिर क्या फायदा कि महिला दिवस मनाने का. ये सब सवाल पूछ रही उस मां की आत्मा जिनकी बेटी के साथ अंजाम दिया गया.
पीड़िता की स्थिति गंभीर
दरअसल, बिहार में औराई थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव में
दुर्गापूजा का मेला देख कर लौट रही 10 साल की मासूम के साथ दरिंदों ने गैंगरेप की
घटना को अंजाम दिया. पीड़िता अपनी चार सहेलियों के साथ दुर्गा पूजा का मेला देखकर
लौट रही थी. उसी दौरान रास्ते में उसे बाइक सवार युवकों ने उठा कर बगीचा में ले
जाकर इस घटना को अंजाम दिया. पीड़िता की स्थिति गंभीर बनी हुई है. पुलिस ने इस
मामले को तीन आरोपी को पकड़ा है. पीड़िता की सहेली को भी आरोपी ले जा रहे थे, लेकिन वह भाग निकली और गांव जाकर घटना की जानकारी दी. घटना मंगलवार 2 बजे
रात की है. बाइक सवार आरोपी पूजा स्थल से ही मासूम का पीछा कर रहे थे. पीड़िता की
सहेली ने बताया कि पीछा करने के दौरान आगे पीछे करने के क्रम में अपराधी एक-दूसरे
का नाम बता रहे थे.
पीड़िता ने बयान में कही ये बात
बता दें, आरोपियों में संभूता निवासी गौरव झा, सानू चौधरी,
ज्ञानू झा, कुंदन झा, दीपक
कामती शामिल हैं. वहीं अब तक आरोपी ज्ञानू झा, सानू चौधरी,
दीपक कामती की गिरफ्तारी करने में पुलिस सफल रही. पीड़िता के पिता
ने घटना के दिन ही 5 लोगों को आरोपित किया है. बयान में कहा कि गांव स्थित एक
विद्यालय में पांचों ने मिलकर शराब पी, जबकि बाइक मंदिर के
पास छोड़ दिया था, जिसे बाद में एक आरोपित उठा कर ले गया.
सहेलियों के बताए एक बगीचे में परिजन पहुंचे तो बच्ची को बेहोश पाया और उसे उठाकर
आननफानन में औराई सीएचसी लाया, जहां से एसकेएमसीएच रेफर कर
दिया. गांव के पूजा पंडाल के बगल में नाच-गान का भी आयोजन किया गया था. गाना को
लेकर कुछ युवकों के बीच मारपीट भी हुई थी.
कटरा में भी बच्ची के साथ हुआ था
गैंगरेप का प्रयास
गौरतलब है कि कटरा में गैंगरेप में विफल होने पर मौत के घाट उतारी गई मासूम के
मामले में फिर नया मोड़ आया है. पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी
है. इस बीच, मासूम के परिजनों ने दो संदिग्धों को पकड़
लिया और जमकर पिटाई करने के बाद गाड़ी में बैठा कर एसएसपी कार्यालय पहुंचे. एसएसपी
से मुलाकात कर दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया. परिजन ने दोनों संदिग्ध को पकड़ने
के बाद उसका वीडियो भी बनाया. वीडियो में दोनों संदिग्ध घटना में अपनी संलिप्तता
बता रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि मामले में कटरा थानेदार की भूमिका संदिग्ध है.
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