Jagannath Mela Ranchi 2023: झारखंड की राजधानी रांची में प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाले रथ मेले की तैयारी पूरी हो चुकी है। कल यानी मंगलवार को नेत्रदान के साथ भगवान के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ेगा। इसके बाद शाम 5 बजे भगवान श्री जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलराम के साथ मौसी बाड़ी में जाएंगे। मौसी बाड़ी में 10 दिनों के लिए मेले का आयोजन होती है। इस मेले में राजधानी और पड़ोसी राज्यों के लोग शामिल होते हैं। मेले में झूला, खानपान के स्टॉल, हथियार, परंपरागत कृषि उपकरण जैसे कई आकर्षक चीजें मिल रही हैं।जगन्नाथ मेले का इतिहास
इसके इतिहास की बात करें तो पुजारी रामेश्वर पाढ़े ने कहा कि यह यात्रा पहले छोटानागपुर के बड़का गढ़ स्थान की राजधानी हटिया में होती थी। लेकिन, वर्ष 1691 में ठाकुर ऐनी नाथ शाहदेव ने जगन्नाथपुर में श्री जगन्नाथ की मंदिर की स्थापना की थी। देखा जाए तो यह मंदिर अब तक 332 साल पुराना है फिर भी इसकी पूजा-विधि विधान वहीं की परंपरा से होती है। इसलिए, रांची का जगन्नाथ मेला उड़ीसा के बाद सबसे बड़ा और विशाल माना जाता है। यही वजह है कि, इसका इंतजार न केवल रांची शहर के लोगों को होता है, बल्कि पड़ोसी राज्यों के लोग भी इसकी बेसब्री से इंतजार करते हैं।
ऐसा है सुरक्षा व्यवस्था
आयोजक ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव ने बताया कि, आयोजन के पूर्व रांची के अधिकारी मेले की तैयारी का जायजा लेने और सुरक्षा के व्यवस्थाओं के बारे में दिशा-निर्देश देने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने, सुरक्षा की व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। इस धार्मिक मेले के आयोजन के साथ-साथ अन्य व्यवस्थाएं भी पूरी तरह से तैयार की गई हैं। सुरक्षा के मद्देनजर कुल 16 बैरिकेडिंग बनाए गए हैं और 40 से अधिक कैमरे सुरक्षा के लिए उपयोग किए जाएंगे। इसके साथ ही, पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात किये गये हैं, जिनमें सादे लिबास में महिला और पुरुष सुरक्षा कर्मी भी शामिल होंगे।
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