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Attribution: Google । International Yoga Day 2023 |
योग दिवस का इतिहास
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन पहली बार 2015 में किया गया था। यह दिन योग की महत्त्वपूर्णता को दुनियाभर में पहुंचाने के लिए खास माना जाता है। योग
दिवस की योजना को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ की
महासभा में रखी थी। उसके बाद महज तीन माह के
भीतर इसे स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद से हर साल 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाया जाता है।
21 जून को क्यों मनाते हैं योग दिवस
बता दें कि, 21 जून को योग दिवस मनाया जाता
है। क्योंकि, इस दिन पूरे विश्व में योग के
महत्व को जागृत करने का प्रयास किया जाता है। योग मनुष्य के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। यह हमें
तनाव से मुक्त करता है, शांति और स्थिरता प्रदान करता है
और एक सकारात्मक जीवनशैली विकसित करता है। योग दिवस के माध्यम से, लोगों को योग के लाभों के बारे में जागरूक किया जाता है और उन्हें योग
का अभ्यास करने की प्रेरणा दी जाती है।
योग दिवस 2023 की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग' है। वसुधैव कुटुंबकम का अर्थ है- धरती ही परिवार है। इस वर्ष की थीम में प्राकृतिक वातावरण के साथ योग के संगम को बढ़ावा दिया जा रहा है। योग द्वारा हम अपनी अंतर्यात्रा में स्थिरता और एकाग्रता प्राप्त करते हैं और प्रकृति के साथ गहरा संबंध बनाते हैं, जो हमारे व्यक्तिगत और सामरिक दोनों स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
अमेरिका में मनायेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 साल में पहली बार देश से बाहर योग करते दिखाई देंगे। दरअसल, मोदी 21 जून को अमेरिका में रहेंगे। पीएम मोदी 21 जून को जब योग दिवस समारोह की अगुवाई करेंगे तब इस सामारोह में 180 देशों के लोग भाग लेंगे। इस महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी विशेष मुद्दों पर चर्चा भी करेंगे और योग के महत्व को बढ़ावा देने की पहल करेंगे।
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