Jharkhand Sports News: रांची
के राजकुमार महेंद्र सिंह धोनी के बाद झारखंड ने क्रिकेट के मैदान में एक और बड़ी
उपलब्धि हासिल की है। दरअसल, रांची के रॉबिन मिंज का चयन मुंबई इंडियंस के टीम
में हुआ है। वह झारखंड के पहले
आदिवासी क्रिकेटर हैं, जिन्हें मुंबई इंडियंस में शामिल किया गया है। अब उन्हें मैच की तैयारी
के लिए इंग्लैंड जाना होगा।
मुश्किल घड़ी में भी हार नहीं मानी
रॉबिन मिंज ने बताया कि वे 8 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेल रहे हैं और उनका जुनून क्रिकेट के प्रति हमेशा से रहा है। वे गुमला जिले के निवासी हैं और अपने क्रिकेट कौशल को रांची के सोनेट क्रिकेट क्लब में चंचल भट्टाचार्या, एसपी गौतम और आसिफ हक की मेंटरशिप में निखारते आए हैं। इससे पहले रॉबिन को लखनऊ सुपरजाइंट्स, दिल्ली कैपिटल्स, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स ने ट्रायल के लिए बुलाया गया था। लेकिन, वह चयनित नहीं हो सके। फिर भी रॉबिन ने हार नहीं मानी।
धोनी को रॉबिन मानते हैं अपना आदर्श
खैर अब रॉबिन मिंज के लिए एक नया अध्याय शुरू होने वाला है। मुंबई इंडियंस में चयन होने के बाद, उन्हें इंग्लैंड की ट्रेनिंग के लिए जाना होगा। वह महेन्द्र सिंह धोनी को अपना आदर्श मानते हैं। रॉबिन ने कहा कि वह बल्लेबाजी के साथ-साथ विकेटकीपिंग भी करते हैं और धोनी जैसे तेज निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करना चाहते हैं। रॉबिन मिंज ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिनाइयों का सामना किया है।
बचपन में ही पिता ने कर ली पहचान
बता दें कि, रॉबिन के पिता एक पूर्व सैनिक हैं और उनके माता-पिता और दो बहनों ने उन्हें हमेशा समर्थन दिया है। उनके पिता के साथ, उनकी मां ने उन्हें एकेडमी जाने के लिए प्रोत्साहित किया है। पहली बार जब पिता ने उन्हें क्रिकेट खेलते देखा, तो उन्होंने कहा कि उन्हें क्रिकेट एकेडमी में दाखिला लेना चाहिए। क्योंकि, उनका क्रिकेट खेलने का तरीका अद्वितीय है। परंतु, उनके पिता सेना में नौकरी कर रहे थे। तो मां उन्हें अकादमी ले जाती थी। रॉबिन ने नामकुम के डीएवी से 10वीं कक्षा तक की पढ़ाई करने के बाद क्रिकेट को अपना पूरा समय देने का निर्णय लिया।
रॉबिन मिंज ने बताया कि वे 8 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेल रहे हैं और उनका जुनून क्रिकेट के प्रति हमेशा से रहा है। वे गुमला जिले के निवासी हैं और अपने क्रिकेट कौशल को रांची के सोनेट क्रिकेट क्लब में चंचल भट्टाचार्या, एसपी गौतम और आसिफ हक की मेंटरशिप में निखारते आए हैं। इससे पहले रॉबिन को लखनऊ सुपरजाइंट्स, दिल्ली कैपिटल्स, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स ने ट्रायल के लिए बुलाया गया था। लेकिन, वह चयनित नहीं हो सके। फिर भी रॉबिन ने हार नहीं मानी।
धोनी को रॉबिन मानते हैं अपना आदर्श
खैर अब रॉबिन मिंज के लिए एक नया अध्याय शुरू होने वाला है। मुंबई इंडियंस में चयन होने के बाद, उन्हें इंग्लैंड की ट्रेनिंग के लिए जाना होगा। वह महेन्द्र सिंह धोनी को अपना आदर्श मानते हैं। रॉबिन ने कहा कि वह बल्लेबाजी के साथ-साथ विकेटकीपिंग भी करते हैं और धोनी जैसे तेज निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करना चाहते हैं। रॉबिन मिंज ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिनाइयों का सामना किया है।
बचपन में ही पिता ने कर ली पहचान
बता दें कि, रॉबिन के पिता एक पूर्व सैनिक हैं और उनके माता-पिता और दो बहनों ने उन्हें हमेशा समर्थन दिया है। उनके पिता के साथ, उनकी मां ने उन्हें एकेडमी जाने के लिए प्रोत्साहित किया है। पहली बार जब पिता ने उन्हें क्रिकेट खेलते देखा, तो उन्होंने कहा कि उन्हें क्रिकेट एकेडमी में दाखिला लेना चाहिए। क्योंकि, उनका क्रिकेट खेलने का तरीका अद्वितीय है। परंतु, उनके पिता सेना में नौकरी कर रहे थे। तो मां उन्हें अकादमी ले जाती थी। रॉबिन ने नामकुम के डीएवी से 10वीं कक्षा तक की पढ़ाई करने के बाद क्रिकेट को अपना पूरा समय देने का निर्णय लिया।
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