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रांची में आयोजित खादी मेला में भागलपुर की साड़ी से लेकर आंवला का हर्बल चूर्ण है खास

Jharkhand News: राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में खादी इंडिया की ओर से एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. इसमें पूरे भारत वर्ष से खादी एवं पी.एम.ई.जी.पी. के अच्छे उत्पाद वाले स्टॉल्स  को लगाए गए हैं. बता दें, इस मेले में झारखंड, बिहार सहित जम्मू एवं कश्मीर, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, देहरादून, मुंबई जैसे राज्यों व शहरों के लोग भाग लिए हैं.  अगर स्टॉल्स के बारे में बताएं तो इसकी संख्या 150 है और यहां किसानों, कारीगरो और बुनकरों के हाथ की बनी चीजें लुभा रही है. साथ इस मेले में गांधी जी का एक स्मारक लगा हुआ जो लोगों को खूब आकर्षित कर रहा है, यहां लोग सेल्फी लेते नजर आए. इस बार के मेले में एक और खास बात यह है कि इसका प्रवेश भी नि:शुल्क है लेकिन 20 फरवरी इसकी अंतिम तिथि है.    

हाथों बनी रेशम की साड़ियां है खास
देखा जाए तो देश में खादी की कई वैराइटी हैं और सबकी अलग-अलग खासियत है. हालांकि, यह खासियत की चीजों की डिमांड को बढ़ा देती है. ऐसे में रेशम के कोकून से निकलने वाली तसर धागे से बनी रेशमी साड़ी को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. स्टॉल संचालक सकील ने बताया कि हमारे पास हाथों बनी भागलपुर की विशेष मधुबनी साड़ी है. यही वजह है कि भागलपुर को सिल्क नगरी से भी जाना जाता है. इसे रांची के लोगों ने खुब पसंद किया और अच्छी बिक्री भी हुई. यहां हजार से लेकर 15 हजार तक की साड़ी उपलब्ध है इसमें हम 30 प्रतिशत की छूट भी दे रहे हैं.   

मेले में आंवले के हैं
10 उत्पाद
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले की शताक्षी ग्रामोद्योग स्टॉल  पर 10 से भी ज्यादा आंवले के उत्पाद हैं. स्टॉल संचालक प्रभाकांत सैनी ने बताया कि झारखंड वासियों के लिए कुछ नया है. इसमें सफ़ेद चीनी व नमक का मिश्रण भी नहीं है. क्योंकि, इसके उपयोग से लोगों को भारी नुकसान हो रहा है. ज्यादातर लोगों को बीपी व शुगर की शिकायत रहती है. ऐसे में उनके लिए यह रामबाण के रूप में साबित होगी. यहां आंवला का मुरब्बा, लड्डू, आचार, चूरन, चॉकलेट व कैंडी उपलब्ध है लेकिन सबसे ज्यादा बिक्री चूरन की है. यह 400 प्रति किलो बिक रही हैं.

झारखंड ग्रामोद्योग स्टॉल बना आकर्षण केंद्र
राज्य का यह स्टॉल न केवल मेले में आए  लोगों को लुभा रही है बल्कि पीएम मोदी के द्वारा खादी को बढ़ावा  देने के मिशन में भी सहयोग दे रही है. दरअसल, खादी  मेला में लगे स्टॉल  लोगों को खूब प्रभावित कर रही है. केवल इतना ही नहीं सामानों  को खरीदने में लोग दिलचस्पी भी दिखा रहे हैं. बोर्ड  की स्टॉल पर खादी कॉटन से बने उत्पादों में साड़ी, शर्त, कुर्ता, फैब्रिक आदि उत्पाद हैं. साथ ही कॉस्मेटिक सामानों में नीम, एलोवेरा व गुलाबजल से तैयार की गई साबुन, शैम्पू, फेसवाश इत्यादि उपलब्ध हैं. इसमें 30 प्रतिशत की छूट भी दी जा रही है.

इन सौंदर्य प्रसाधनों की भी रही डिमांड
गुजरात वागड़ खादी की स्टॉल लोगों को खूब मोहित किया. इसके सामानों की भारी डिमांड रही. यहां सौंदर्य प्रसाधनों की करीबन सभी सामानें उपलब्ध है. खास बात तो यह है कि किसी भी उत्पाद को तैयार करने में रसायन का उपयोग नहीं किया गया है. इसका 0 वर्ष से बूढ़े वर्ग के सभी लोग कर सकते हैं. इससे किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं है. हालांकि, इसकी डिस्ट्रीब्यूटरशिप केवल जमशेदपुर में ही है. स्टॉल संचालक ने बताया कि इसकी खासियत का बखान नहीं किया जा सकता है. शायद इस वजह से ही रांची वासियों ने इसके उत्पाद को खरीदने में ज्यादा उत्साह दिखाया. यहां सबसे ज्यादा बालों को रंगने वाली मेहंदी, बालों को झड़ने से बचाने वाली तेल व दाग-धब्बे मिटाने वाली क्रीम की डिमांड तेज रही.

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