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साउथ के सुपर स्टार रजनीकांत रांची पहुंचे, सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर रजरप्पा मंदिर में की पूजा-अर्चना

Rajnikant in Ranchi: फिल्म स्टार रजनीकांत ने अपने आध्यात्मिक गुरु परमहंस योगानंद की यादों को आजमाते हुए रांची पहुंचे. उन्होंने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलकर उनकी आश्रम की स्थापना की धरती को नमन किया. रजनीकांत के साथ उनकी गहरी आस्था को देखकर लोगों में आदर बढ़ा.

फोटो कैप्शन: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात करते साउथ के सुपर स्टार रजनीकांत

Rajnikant in Ranchi: साउथ के सुपर स्टार रजनीकांत अपनी फिल्म जेलर की अपार सफलता के बाद अपने आध्यात्मिक गुरु की धरती को नमन करने रांची पहुंचे। रजनीकांत की गुरु परमहंस योगानंद पर गहरी आस्था है। उन्होंने रांची में योगदा आश्रम की स्थापना की थी। यहां योगदा सत्संग सोसायटी का मुख्यालय भी है।

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने क्या कहा?
रजनीकांत ने मंगलवार शाम को रांची में झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से राजभवन में मुलाकात की। राज्यपाल ने आज सोशल मीडिया एक्स पर अपने हैंडल के जरिए उनसे मुलाकात की तस्वीरें शेयर की हैं। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने लिखा- अपने मित्र, भारत के महान अभिनेताओं में से एक तथा एक शानदार इंसान रजनीकांत से मिलकर आह्लादित हूं। राजभवन में उनसे सद्भावना मुलाकात हुई। झारखंड की धरती पर उनका स्वागत है।

गुरु परमहंस योगानंद पर है गहरी आस्था

हालांकि, रजनीकांत के रांची आने की जानकारी बेहद गोपनीय रही। राज्यपाल ने जब तस्वीरें ट्वीट कीं
, तब लोगों को इसका पता चला। बता दें कि, रजनीकांत का रांची से पुराना रिश्ता रहा है। वे यहां आध्यात्मिक साधना और प्रार्थना के लिए अक्सर गुप्त तरीके से आते रहे हैं। रांची में योगदा सत्संग आश्रम का मुख्यालय है और वे यहां प्रायः आते रहे हैं। रजनीकांत योगदा सत्संग के स्थायी सदस्य हैं।

इस पुस्तक रजनीकांत हुए थे प्रभावित
बताते हैं कि वर्ष
1990 के बाद जब रजनीकांत की फिल्में फ्लॉप होने लगीं तो वह निराश होने लगे थे। इसी बीच 1998 में रजनीकांत को स्वामी परमहंस योगानंद की किताब ऑटोबायॉग्रफी ऑफ अ योगीपढ़ने को मिली। इस किताब से वह इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने भी योगदा आश्रम में क्रिया योग की दीक्षा लेने की ठान ली। साथ ही परमहंस को अपना गुरु मान लिया। परमहंस योगानंद ने रांची में योगदा सत्संग का सबसे पहला मठ स्थापित किया था।

योगदा सत्संग के आश्रम में आने की ये है वजह
वर्ष
2000 में रजनीकांत ने अपने गुरु परमहंस योगानंद पर 'बाबा' फिल्म बनाई। इसके बाद 2002 में पहली बार रजनीकांत उत्तराखंड के योगदा आश्रम पहुंचे थे। उन्होंने आश्रम के तत्कालीन संचालक स्वामी नित्यानंद गिरि महाराज से मुलाकात की। वहां उन्हें क्रिया योग की दीक्षा प्रदान की गई। तब से उनका करियर सुधर गया। इसके बाद से आध्यात्मिक शांति के लिए रजनीकांत अक्सर योगदा सत्संग के आश्रमों में आते रहते हैं। रजनीकांत कई बार कह चुके हैं कि अध्यात्म और क्रिया उनके जीवन की सफलता में बड़ा रोल अदा कर रहे हैं।

रजनीकांत के इस फिल्म की चर्चा केंद्र में
इन दिनों रजनीकांत जेलर फिल्म को लेकर फिर चर्चा के केंद्र में हैं। यह फिल्म देश-दुनिया में धूम मचा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी फिल्म जेलर रिलीज होने के सातवें दिन तक भारत में
200 करोड़ से अधिक और दुनिया में 400 करोड़ की कमाई की है।


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