इस कार्यक्रम की शुरुआत पर्यावरण सप्ताह समारोह में हुई गतिविधियों एवं कार्यक्रमों के परिचय के साथ हुई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रो. सुरेश प्रसाद सिंह ने जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और घटते जल स्तर की समस्याओं जैसे प्रमुख पर्यावरणीय मुद्दों पर अपने विचार साझा किए और भविष्य की बेहतरी के लिए सतत जीवन का पालन करने संबंधी सुझाव दिये। छात्रों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्होंने कहा “ज़िंदगी कि असली उड़ान बाकी है, जिंदगी के कई इम्तिहान अभी बाकी है। अभी तो नापी है मुट्ठी भर ज़मीन हमने, अभी तो सारा आसमान बाकी है।
गौरतलब है कि, पर्यावरण सप्ताह के दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किये गये। इसमें जिन
प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया उन्हें पुरस्कृत किया गया। विजयी प्रतिभागियों को
पुरस्कार भी दिया गया। विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति पत्र व
प्रथम रैंक को 3000 की पुरस्कार राशि, दूसरे रैंक को 2000 और तीसरे को 1000 की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।
जब तक जन-जागरूकता नहीं आयेगी पर्यावरण की समस्याओं का समाधान नहीं हो सकेगा।
पर्यावरण के संरक्षण में मनुष्य की अहम भूमिका है। बुधवार को ये बातें डॉ. श्यामा
प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहीं। वे
विश्वविद्यालय में आयोजित पर्यावरण सप्ताह के समापन समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए सभी लोगों को सामने आना चाहिए।
बेहतर प्रदर्शन
करने वाले छात्रों को किया सम्मानित
निबंध
प्रतियोगिता
अभिषेक कुमार, प्रथम, एंथ्रोपोलॉजी
हर्षिता कुमारी, द्वितीय, इलेक्ट्रॉनिक्स
श्रुति कुमारी, तृतीय, राजनीतिशास्त्र
पोस्टर मेकिंग
आकाश कर्माल, प्रथम, विजुअल
आर्टस
सिद्धि बेदिया, द्वितीय, इतिहास
रविशंकर, तृतीय, इतिहास
डिबेट कंपटीशन
वीणा कुमारी, प्रथम, भौतिकी
वत्सल कुमार, द्वितीय, एंथ्रोपोलॉजी
रविशंकर, तृतीय, दर्शनशास्र
निकिता कुमारी, प्रथम, हिंदी
रोहित लोहरा, द्वितीय, डीएसपीएमयू
चंपई बोदरा, तृतीय, डीएसपीएमयू
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