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Deepak Deo Success Story: सेनादोनी के दीपक देव बने हाई स्कूल शिक्षक, जानिए.. संघर्ष की कहानी

Photo Caption: Deepak Deo

Deepak Deo Success Story: सक्सेस के पीछे मत भागो.. एक्सीलेंस का पीछे करो.. सक्सेस झक मारके तुम्हारे पीछे आयेगी. भारतीय कॉमेडी फिल्म 3-इडियट्स की यह डायलॉग को सेनादोनी के दीपक देव ने सत्य कर दिखाया है. तभी तो एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले दीपक ने अपनी प्रतिभा से न सिर्फ अपने परिवार का नाम रौशन किया, बल्कि पूरे गांव वाले आज उस पर गर्व कर रहे हैं. वे सीमित संसाधनों के बीच रहने के बावजूद अपना जज्बा बुलंद कर सफलता हासिल की.

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ऐसे मिली दीपक को सफलता

दरअसल, गिरिडीह जिला अंतर्गत सेनादोनी गांव के दीपक देव की नियुक्ति माध्यमिक शिक्षक पद पर हुई है. इस अवसर को करीब से देखने के लिए उन्हें कड़ी मसक्कत का सामना करना पड़ा. शुरूआत से ही दीपक का सपना शिक्षक बनना था. इस मौके पर दीपक देव ने कहा कि आखिरकार आज हमारी जीत मुक्कमल हुई और हमें नियुक्ति पत्र सीएम हेमंत सोरेन की ओर से प्राप्त हुई. मुझे गादी श्रीरामपुर स्थित उत्क्रमित हाई स्कूल में सेवा देने का अवसर मिला. इस स्कूल में बच्चों के बीच शिक्षा का नया अलख जगाने प्रयास भी करेंगे. बाकि, इस उपलब्धि के पीछे परिवार वालों का भरपूर योगदान रहा.

सीएम हेमंत ने कही ये बात
बता दें कि, रांची के खेलगांव स्थित टाना भगत इनडोर स्टेडियम में यह कार्यक्रम आयोजित हुई. मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा यह तो शुरुआत है. बहुत जल्द हजारों की संख्या में शिक्षक नियुक्त होंगे. राज्य में शिक्षा का बेहतर माहौल, गुणवत्ता युक्त शिक्षा और शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. साथ ही इतने बड़े समूह में माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों एक साथ नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है. लेकिन, यह नियुक्ति पत्र नहीं एक जिम्मेदारी है. बच्चों के भविष्य को संवारने का अहम कार्य आपको करना है.

फोटो कैप्शन: नियुक्ति पत्र प्राप्त कर खुशियां जाहिर करते नवनियुक्त शिक्षक 


इन विषयों के लिए राज्य को मिले 3469 शिक्षक
गौरतलब है कि राज्य भर के 3,469 माध्यमिक शिक्षकों को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने 19 मई को नियुक्ति पत्र सौंपें. नियुक्त होने वाले सभी शिक्षक राज्य भर के सरकारी स्कूलों में पदस्थापित किए जायेंगे. स्कूलों में बच्चों को उनकी भाषा में शिक्षा देने हेतु स्थानीय भाषा के शिक्षकों को भी नियुक्ति पत्र दिया गया. इसमें संताली, मुंडारी, कुड़ुख एवं अन्य भाषा शामिल हैं. वहीं, जिलावार शिक्षकों की जरूरतों को देखते हुए सरकार उन्हें पदस्थापित करने जा रही है. जिसके अंतर्गत विभिन्न विषयों यथा इतिहास एवं नागरिक शास्त्र में 779, संस्कृत में 398, भूगोल में 341, हिन्दी में 337, अर्थशास्त्र में 260, गणित एवं भौतिकी में 268, अंग्रेजी में 249, जीव एवं रसायन विज्ञान में 232, शारीरिक शिक्षा में 184, वाणिज्य में 118, संगीत में 97, उर्दू में 27, गृह विज्ञान में 50, संथाली में 42, बांग्ला में 29, कुड़ुख में 28, नागपुरी में 11, मुंडारी में 11, कुरमाली 04, उड़िया में 02, पंचपरगनिया में 01 तथा हो विषय में 01 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिला.

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