गौरतलब है कि इस कैंप में 75%
स्थानीय युवाओं को नौकरी दी जाएगी. झारखंडी युवाओं को नौकरी के लिए बाहर जाना नहीं
पड़ेगा. राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में लगी है. इसी कड़ी में
सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया है. इससे पहले की सरकारें युवाओं को सपना दिखाया
करती थी, लेकिन ये सरकार
सपने को हकीकत में बदल रही है.
बता दें, सीएम हेमंत सोरेन सरायकेला
के बिरसा मुंडा स्टेडियम में बीते दिन शनिवार को आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. इस दौरान उन्होंने 974 करोड़
की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंड
सरकार की लोकप्रियता पचा नहीं पा रही है.
हर जिले में होगी निजी स्कूलों जैसी
पढ़ाई की व्यवस्था
मिली जानकारी के अनुसार, सीएम ने कहा कि हर अभिभावक
चाहता है कि उसके बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ें, पर फीस
भरने की क्षमता सभी के पास नहीं है. इसके लिए राज्य सरकार योजना लाने वाली है,
जिसमें प्राइवेट जैसी शिक्षा और शैक्षणिक माहौल छात्रों को अभी तक
स्कूल उपलब्ध कराया जाएगा. प्रथम चरण में शिक्षकों का प्रशिक्षण भी आरंभ हो
चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किशोरियों की पढ़ाई की व्यवस्था सरकार करेगी. पढ़ने
के लिए विदेश भी भेजेगी. सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना में 9 लाख किशोरियों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें तीन लाख किशोरियों
को जोड़ा गया है.
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