झारखंड में बिजली की संकट आए दिन देखी जा रही है.
इसकी स्थिति कब तक सामान्य होगी इसका भी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. फिलहाल,
नवरात्र बीते सोमवार के दिन से ही शुरू हो गई है. बता दें, दो वर्षों के बाद इस साल लोगों को मेले में शामिल होने का आदेश मिला है.
इस वजह से शहरों में काफी भीड़ उमड़ने की संभावना लगाया जा रहा है. इसके लिए प्रशासन
भी सजग हैं. साथ ही बिजली विभाग की ओर से खंभे में लटक रहे तार को ठीक किया जा रहा
है. इस बीच आधिकारिक रूप से बिजली काटने की बात कही है. लेकिन आप खुद भी अंदाजा
लगा सकते हैं कि बिजली विभाग भले ही आपूर्ति सुधारने के लाख दावे करे, परंतु स्थितियां उसके विपरीत हैं.
मिली जानकारी के अनुसार,
झारखंड की राजधानी
रांची समेत आसपास के इलाके की पांच लाख आबादी घंटों तक
बिजली के लिए तरसते रहे. बता दें, दिक्कत सोमवार की शाम 6:54 बजे शुरू हुई, जब पतरातू ग्रिड का दूसरा ट्रांसफॉर्मर भी बिगड़ गया. इसके बाद बुढ़मू और
कांके ग्रिड की आपूर्ति ठप हो गयी. साथ ही इससे जुड़े इलाकों में अंधेरा पसर गया.
रात 1:55 बजे के दौरान पतरातू ग्रिड में मरम्मत के
बाद किसी तरह से दोबारा आपूर्ति शुरू हुई, लेकिन
मंगलवार की सुबह 10:03 बजे पर यह फिर से बंद हो
गयी.
शहर के इन इलाकों में बिजली की समस्या
दरअसल, राजधानी
रांची में स्थित कांके ग्रिड थप पड़
गया. इसके बाद शहर के उत्तरी इलाके पर गहरा असर पड़ा. यहां उपभोक्ताओं का एक बड़ा
वर्ग बिजली संकट से जूझता रहा. इससे जुड़े 33 केवी राजभवन, मोरहाबादी, कांके, बोबरो और सिरडो- वन और सिरडो- टू पॉवर
सब स्टेशन से जुड़े इलाकों में आपूर्ति जबरदस्त ढंग से प्रभावित हुई. इतनी देर तक
बिजली नहीं रहने से कांके क्षेत्र में पानी की भी समस्या देखी गई. लोगों ने बाजार
से मिनरल बॉटल खरीदकर किसी तरह से काम चलाया.
इन
इलाकों में रोटेशन के तहत मिली बिजली
राजधानी के कई इलाकों में बारिश के कारण सोमवार को
बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई. कांके रोड, बरियातू, मधुकम, पहाड़ी
मंदिर क्षेत्र, बोड़या, अरसंडे, रातू रोड, मधुकम, खादगढ़ा, कुम्हारटोली, बाजपुर, सीआइपी, रेडियम रोड जैसे बड़े इलाके को रोटेशन
के तहत बिजली सप्लाई दी गयी.
यहां देखें वीडियो-
यहां की जनता ने कही ये बात..
जगतपूरम कॉलोनी में फ़िलहाल दो
दिनों से बिजली की संकट है. लेकिन आए दिन इस संकट से लोगों को झुझना पड़ता है. इसका
खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. साथ ही, बिजली नहीं रहने की वजह से पानी की भी समस्या बन गई है.
-एस० पी० प्रभाकर, नागरिक.
हमारे इलाके में तीन दिनों पहले ट्रांसफार्मर की मरम्मत हुई.
लेकिन दुर्भाग्यवश वह दो दिनों तक ही चल सकी. बता दें, 30 से
45 दिन से आए दिन हमारा ट्रांसफार्मर उड़ जा रहा है. वहीं एक
महीना पहले बिजली विभाग से लोग आकर भी स्थिति जा जायजा ले चुके हैं. लेकिन स्थिति
काफी नाजुक है. इसके लिए अपने पार्षद को हमारे मोहल्ले के सैकड़ों लोगों ने आवेदन
भी दिया है.
-राजेश कुमार, नागरिक.
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