CTET के छात्रों को आया ग़ुस्सा, बैठ गए धरने पर, बोले- ‘हमें भी परीक्षा में बैठने का अवसर दीजिए नहीं तो अब मामला कोर्ट में जाएगा’


Jharkhand Newsराज्य के वर्तमान शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने 26 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति किए जाने की घोषणा की है. लेकिन यह नियुक्ति का मामला पूरे राज्य में गरमाया हुआ है.  खासकर वैसे अभ्यर्थी जिन्होंने जे-टेट के अलावे सी-टेट जैसी परीक्षाएं पास की हैं. सी-टेट पास अभ्यर्थियों का कहना है कि अब तक झारखंड में सिर्फ दो बार ही जे-टेट की परीक्षा आयोजित की गईं है. लिहाजासी-टेट पास अभ्यर्थियों को इस नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल नहीं किए जाने की घोषणा से उनके बीच निराशा का माहौल है. उन्होंने सरकार से इस प्रक्रिया में संशोधन कराए जाने की मांग की है. इस मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने राजधानी रांची में धरना प्रदर्शन की है.

दरअसल, झारखंड राज्य में 25996 पदों पर प्राथमिक शिक्षक बहाली प्रक्रिया शुरू होने वाली है. इसकी घोषणा शिक्षा मंत्री श्री जगरनाथ महतो एवम मुख्यमंत्री महोदय श्री हेमंत सोरेन ने भी की हैं. अभी के शिक्षक भर्ती नियम के अनुसार इन पदों के भर्ती प्रक्रिया में सिर्फ वही लोग शामिल हो सकते हैं जिसने झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET)पास की हैंलेकिन जो  झारखंडी छात्र/छात्राएं केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) पास है उसे इस शिक्षक बहाली प्रक्रिया में अभी तक मुख्यमंत्री महोदय के आश्वासन के बावजूद शामिल नहीं किया गया हैजिससे झारखंडी CTET पास विद्यार्थीगण बहुत आहत हैं. क्योंकि झारखंड राज्य के गठन से अबतक केवल दो ही बार JTET का आयोजनपहली बार 2013 तथा दूसरी बार 2016में किया गया है.

वहीं, 
NCTE के नियमानुसार हर एक राज्य अपने राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रत्येक साल कम से कम एक बार आयोजन करना ही करना है. अगर  शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किसी कारणवश कराने में सक्षम नहीं हो पाती है तो राज्य सरकार अपने राज्य में तो ऐसी स्थिति में CTET को शिक्षक बहाली प्रक्रिया में शामिल कर सकती हैं. दुर्भाग्य यह है कि इस राज्य में शिक्षक बहाली प्रक्रिया 6 सालों से आयोजन नहीं हुआ है और तो और CTET को भी मान्यता नहीं दी हैं.

ऐसे में, झारखंड में CTET की मान्यता को लेकर राज्य भर के झारखंडी सीटेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी बीते गुरुवार के दिन रांची के धरती पर राजभवन के निकट जाकिर हुसैन पार्क में एक दिवसीय शांति पूर्ण धरना में बैठे हुए थे एवं धुर्वा गोलचक्कर से प्रोजेक्ट भवन तक पैदल मार्च भी किया गया.

अगर उनकी मांग की बात करें तो उन्होंने कहा झारखंड में भी सीटेट को मान्य किया जाए क्योंकि विगत 6 वर्षों से जेटेट की परीक्षा का आयोजन नही हुआ है. ऐसे में यदि शिक्षक की बहाली प्रक्रिया आरंभ की जाती है तो 2016 के बाद हजारों प्रशिक्षित CTET पास अभ्यार्थीगण इस शिक्षक बहाली से सीधे वंचित हो जाएंगे. ऐसे में सरकार को इस गंभीर और ज्वलंत मुद्दा को संज्ञान में लेते हुए जल्द कोई फैसला लेना चाहिए ताकि हजारों अभ्यर्थी का भविष्य अंधकारमय न हो जाए. राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से विनम्र निवेदन है कि जल्द ही इस पर विचार करे और झारखंड में भी सीटेट को मान्य करेइस धरना कार्यक्रम में राज्य के 24 जिलों से सैकड़ों CTET पास विद्यार्थीगण, सहायक अध्यापक CTET पास एवं JTET पास अन्य शामिल हुए थे.

 


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