Jharkhand News: बच्चा चोर के शक में युवक की हत्या, चन्द्रवंशी समाज ने निकाला प्रतिवाद मार्च, जानें पूरा मामला..


झारखंड में अक्सर लोग मॉब लिंचिंग का शिकार हो रहे हैं. कई बार डायन कहकर तो कई बार बच्चा चोरी के मामले में बेकसूरों की हत्या कर दी जाती है. ऐसा ही मामला धनबाद शहर के कोलाकुसमा से आ रही है. बता दें, बच्चा चोर के शक में भीड़ की पिटाई से एक युवक की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि यह युवक की उम्र 27 वर्ष है और गांडेय प्रखंड के अहिल्यापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बुधुडीह गांव के निवासी भूकर रवानी का पुत्र था.

दरअसल,  पेट दर्द की शिकायत पर इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच धनबाद में भर्ती कराया गया था. उस दौरान प्रदीप बच्चा चोर के आरोप में भीड़ का शिकार हो गया. इसके बावजूद किसी को भनक भी नहीं लगी थी. अचानक बीते गुरुवार की रात से ही युवक अस्पताल से गायब हो गये.  इसकी जानकारी उसकी मां मालती देवी ने दी. साथ ही उन्होंने बताया कि खोजबिन के क्रम में जानकारी मिली कि बच्चा चोर के आरोप में एक व्यक्ति की कोलाकुसमा में पिटाई हुई है. सूचना मिलने पर उसने दामाद पिंटू रवानी को घटनास्थल पर भेजा. वहां पहुंचने पर पता चला कि बच्चा चोर के आरोप में भीड़ ने प्रदीप को खम्भा में बांध कर पिटाई की और अधमरा कर झाड़ी में फेंक दिया. घायलावस्था में पड़े प्रदीप को दामाद उठाने गया तो लोग उसे भी मारने दौड़े. हालांकि, नाम व पता और आधार कार्ड दिखाने पर उसे वापस हॉस्पिटल लाने दिया गया, जहां इलाज के क्रम में शुक्रवार को उसकी मौत हो गई.

गौरतलब है कि इस मामले को अंजाम देने के बाद प्रदीप को वापस लाया नहीं जा सकता है. परंतु, मृतक अपने पीछे पत्नी, तीन अबोध बच्चे व भरपूरा परिवार पीछे छोड़ गया है. घटना के बाद उसकी पत्नी लक्ष्मी देवी के आंसू नहीं रुक रहा है. साथ ही बच्चे रानी कुमारी (5 वर्ष), तान्या कुमारी (3 वर्ष) व आर्यन कुमार (1 वर्ष) मां को रोते देख फफक रहे हैं. उन्हें यह भी पता नहीं है कि उनके सर से पिता का साया उठ गया है. इसलिए, शासन-प्रशासन को इसपर विचार करना चाहिए और इसके अपराधी को जल्द से जल्द कानून के गिरफ्त में ले सकें ताकि भविष्य में ऐसे अपराध को रोका जा सके.

मिली जानकारी के अनुसार, गांव-बाजार में चंद्रवंशी समाज के लोगों ने प्रतिवाद मार्च निकाला और मॉब लिंचिंग के शिकार हुए प्रदीप रवानी के हत्यारों को जल्द फांसी देने की गुहार लगाईं. इसके साथ ही सरकार से मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी व मुआवजे के रूप में 50 लाख रुपये देने की मांग की. इस दौरान चंन्द्रवशी समाज के  सुदर्शन  चंन्द्रवशी, अमित आर्या, दीपक चंन्द्रवशी (सेनादोनी पंचायत समिति सदस्य सह आजसू जिलाउपाध्यक्ष), विकाश कुमार,  बबलु रवानी , नंन्दु रवानी, सुभाष रवानी समेत  कई मौजूद रहे.

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